भारतवर्ष के साथ-साथ पूरी दुनिया में बुद्ध पूर्णिमा और कहें वैशाख डे मनाया जाता है. इस दिन स्थानीय संस्कृति के अनुसार धम्म उपासक-उपासिकाएं सेलिब्रेट करते हैं. इस साल 23 मई 2024 को बुद्ध पूर्णिमा का महापर्व है. इस महापर्व को कैसे अच्छी तरह से मनाएं? इस बारें कुछ बिंदू आपके लिए प्रस्तुत कर रहा हूँ;
1. सबसे पहले अपने घर की अच्छे से साफ सफाई करें और अपने घर के अंदर बने हुए छोटे से बुद्ध विहार को पुष्प लताओं के साथ अच्छे से सजाएं.
2. इसके बाद सुबह नहा धोकर स्वच्छ कपड़े पहन कर भगवान बुद्ध के चरणों में दीपक जलाएं व पुष्प अर्पित करें, परिवार के साथ बुद्ध वंदना करें और सभी को बुद्ध पूर्णिमा की मंगलकामनाएं दें.
3. इसके बाद अपने घर के पास में किसी बुद्ध विहार में हो रहे सामूहिक बुद्ध पूर्णिमा के समारोह में सपरिवार शामिल हों.
4. यदि आसपास में कोई बुद्ध विहार नहीं है तो कुछ लोग मिलकर आपस में एक ठीक स्थान को चुनकर किसी बौद्ध भिक्खु या किसी बौद्ध आचार्य या धम्म आचार्य को बुलाकर उनसे बुद्ध वंदना कराएं और अष्टशील ग्रहण करके महाफलदायी उपोसथ व्रत का पूरी श्रद्धा के साथ पालन करें.
5. इसके बाद शाम के समय अपने घरों को बिजली की लड़ियों के साथ अच्छे से सजाएं व अपने घर या गली में एक मेज लगाकर मेज को अच्छे से सजाकर उस पर भगवान बुद्ध की प्रतिमा को अच्छे से पुष्पलताओं के साथ सजाएं व बुद्ध विहार की तरह ऊपर से गोलाकार रखते हुए उसे बिजली की लड़ियों के साथ सजाएं और अंधेरा होने पर उन लड़ियों को जला दें.
6. इसके बाद अपने मोहल्ले में गलियों के सभी बच्चों को इकट्ठा करें और उन्हें वहां किसी बौद्ध भिक्खु या किसी बौद्ध गुरु या इनमें से कोई नहीं है तो आप में से कोई एक योग्य व्यक्ति पंचशील ग्रहण कराए और पंचशील का अर्थ इन बच्चों को समझाएं.
7. उसके बाद कोई एक व्यक्ति या सामूहिक रूप में इन बच्चों को उपहार अनिवार्य रूप से दें और बच्चों से खेल-खेल में सांस्कृतिक कार्यक्रम या खेलकूद कराएं। छोटे-छोटे से नाटक या बुद्ध के गीत खेलकूद में ही बच्चों से कराएं.
8. सभी बौद्ध परिवार शाम के समय अपने नजदीकी किसी बुद्ध विहार में जाकर मोमबत्ती या दीपक अनिवार्य रूप से बुद्ध विहार में जलाएं. पूरे बुद्ध विहार परिसर को मोमबत्ती और दीपक जलाकर रोशन करें.
9. रात को अपने घर को रंगीन लाइट के बल्बों से जगमग जगमग करें। मोमबत्ती और दीपक जलाकर घर को रोशन करें.
10. अगर आपके गांव, कस्बें, नगर में कोई बुद्ध पूर्णिमा महोत्सव पर शोभायात्रा निकल रही हो तो उसमें जरूर हिस्सा लें.
(लेखक: रमेश गौतम, धम्म प्रचारक)
— भवतु सब्ब मङ्गलं —