हम घर में दर्जनों वस्तुओं का इस्तेमाल करता हैं. जिनकी मदद से हम रोज-मर्रा के क्रियाकलापों को पूरा आसानी से कर पाते हैं.
पालि भाषा में भी इन अधिकतर घरेलु-वस्तुओं के नाम मिल जाते है. आश्चर्य की बात यह है कि इनमे से बहुत सारे नाम आप हिंदी में भी इस्तेमाल कर रहे है. जिनकी पैदाइश पालि भाषा में हुई है. मसलन, थालि, तेल, दीप आदि.
नीचे, कुछ जरूरी घरेलु-वस्तुओं के नाम पालि भाषा में हिंदी अर्थ के साथ दिए जा रहे है. इन नामों को ध्यान पूर्वक पढ़े और समझकर अपना पालि शब्दकोश बढ़ाए.
घरेलु-वस्तुओं के नाम पालि में – Household Items Name in Pali
| हिंदी नाम | पालि नाम |
| चम्मच | कटच्छु |
| कलछी/कड़छू | दब्बी |
| थाली | थाली |
| गिलास | काचभाजनं |
| झाडू | सम्मुज्जनी |
| दर्पण | दप्पणो |
| कंघी | कङ्कतिका |
| छोटी चटाई | तट्टिका |
| चटाई | किलञ्ञा |
| टूथ-ब्रश | दन्त-पोणो |
| साबुन | फेणिलो |
| नहाने का साबुन | नहानीयं/सिनानफेणिलो |
| कपड़े धोने के साबुन | वत्थफेणिलो |
| बल्ब | गोळकदीपो |
| ट्यूब लाइट | दण्डदीपो |
| कुर्सी | आसन्दिका |
| पंखा | वीजनं |
| स्विच | पिञ्जो |
| तकिया | उपधानं |
| घड़ी | होरालोचनं |
| छाता | छत्तं |
| कागज/पत्र | पत्तं |
| दीपक | दिपो |
| चाबी | कुञ्चिका |
| बर्तन/पात्र | पत्तं |
| पत्थर | पत्थरं |
| सामान | भण्डं |
| पेटी | पेटिका/मञ्जूसा |
| मूत्रालय | मुत्तालयो |
| दुकान/बाजार | आपणो |
| भात | ओदनो |
| टोकरी | कण्डोलिका |
| कूड़ादान | अवक्कारपाति |
| पानी का पाइप | उदकायतिकं |
| घड़ा | कुम्भो |
| जल का घड़ा | उदकुम्भो |
| टेबल | फलकाधारो |
| छोटी बाल्टी | उदञ्चनं |
| अलमारी | कपाटिका |
| चित्र/फोटू | चित्तं |
| नेम प्लेट | नामपट्टिका |
| पेन | लेखनी |
| पेंसिल | अङ्कनी |
| दरवाजा | द्वारं |
| घर का दरवाजा | गेहद्वारं |
| माचिस की डिब्बी | अङ्कारपेटिका |
| सीढ़ी | सोपानं |
| बेड़ी | अन्दु |
| ढक्कन | अपधारणं |
| मणि | मणिरतनं |
| खिड़की | वातपानं |
| रस्सी | रज्जु |
| चक्की | निसदा |
| खम्भा | इन्दखीलो |
| तराजू | तुला |
| तलवार | खग्गो |
| बोर्ड | फलको |
| आँगन | अङ्गणं |
| तेल | तेलं |
| टार्च | करदीपो |
| कढ़ाई | कटाहो |
| बर्तन | भाजनानि |
| कूकर | पाकभोजनं |
| बेलन | वेल्लनी |
| चिपटा | आकड्ढको |
| फ्राई पैन | कपल्लको |
| चाय | चसको |
| तेल की बोतल | तेल्तुम्बी |
| बोतल | तुम्बी/कुप्पी |
| टोंटी | पनाळिका |
— भवतु सब्ब मंगलं —


