HomeBuddha Dhammaसुभेच्छा पालि में हिंदी अर्थ सहित

सुभेच्छा पालि में हिंदी अर्थ सहित

इच्छितं पत्थितं तुय्हं खिप्पमेव समिज्झतु
सब्बे पूरेन्तु चित्तसंकप्पा चन्दो पन्नरसो यथा॥1॥

अभिवादनसीलिस्स निच्चं वुद्ढापचायिनो
चत्तारो धम्मा वद्ढन्ति आयु वण्णों सुखं बलं॥2॥

सब्बीतियो विवज्जन्तु सब्ब रोगो विनस्सतु
मा ते भवत्वन्तरायो सुखी दिघायुको भव॥3॥

भवतु सब्ब मङ्गलं, रक्खन्तु सब्ब देवता
सब्ब बुद्धानुभावेन, सदा सोत्थि भवन्तुते॥4॥

भवतु सब्ब मङ्गलं, रक्खन्तु सब्ब देवता।
सब्ब धम्मानुभावएन, सदा सोत्थि भवन्तुते॥5॥

भवतु सब्ब मङ्गलं, रक्खन्तु सब्ब देवता।
सब्ब संघानु भावेन, सदा सोत्थि भवन्तुते॥6॥


शुभेच्छा हिंदी में अर्थ और अनुवाद

तुम्हारी चाही हुई व मांगी गई सभी वस्तुएं तुम्हें शीघ्र प्राप्त हो. तुम्हारे चित्त के सभी संकल्प पूर्णीमा के चांद के समान पूरे हों. 1

जो अभिवादन शील है, जो सदा वृद्धो की सेवा करने वाला है, उसकी चार बाते बढ़ती हैं – आयु, वर्ण, सुख और बल. 2

सभी अतियों से आप विरहित हो, आपके सभी रोग नष्ट हो बाधाओं से अंतराय हो, आप सुखी और दिर्घायु बने. 3

आपका सर्वमङ्गल हो, सभी देवता आपकी रक्षा करें. सभी बुद्ध की भावना करके सबका कल्याण हो. 4

आपका सर्वमङ्गल हो, सभी देवता आपकी रक्षा करें. सभी धम्म की भावना करके सबका कल्याण हो. 5

आपका सर्वमङ्गल हो, सभी देवता आपकी रक्षा करें. सभी संघ की भावना करके सबका कल्याण हो. 6

— भवतु सब्ब मङ्गलं —

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